How Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana can Save You Time, Stress, and Money.
डर को दूर करने की प्रक्रिया की शुरुआत उसे पहचानने से होती है।
रजिस्टर करें आइए एक घटना से समझते हैं कि मन के डर को कैसे दूर कर सकते हैं?
रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि • तनाव से मुक्ति • संबंधों में सुधार • आनंदमय और उद्देश्यपूर्ण जीवन
मन के अंदर होने वाली घबराहट को अक्सर डर कहा जाता है। हमारे जीवन में कई ऐसी बातें होती हैं जिनके बारे में सोचकर हम घबराने लगते हैं या फिर अंदर ही अंदर डर लगने लगता है। तो इस मानसिक डर का इलाज कैसे किया जाए तथा “मन से डर को कैसे निकालें?”
समझें कि डर कभी अच्छा भी हो सकता है और इसके पॉज़िटिव और प्रोटेक्टिव रूप को स्वीकार करें।
इन आसान टिप्स की मदद से आप अपने डिप्रेशन को दे सकते हैं मात। चित्र : अडॉबीस्टॉक
जिस वजह से उसके अन्दर से ख़ुशी गायब और तरह तरह के डर पनपने शुरू हो जाते हैं. डर और गलत काम का बहुत ही गहरा सम्बन्ध है. अगर आप कोई भी गलत काम नहीं करते, मेहनत और इमानदारी के साथ जीते हैं तो यकीन मानिए आप हमेशा निर्भीक रहेंगे.
अगर आपने गलती की है तो आप उनसे बात करके माफ़ी मांगे. अगर उनकी भी गलती है तो आप उन्हें समझाएं की आपने बहुत गलत किया पर अब मै ये मामला भुलाना चाहता हूँ.
डर को नियंत्रित और खत्म किया जा सकता है
आप गाँव में रह रहे थे तो कुछ दिन शहर चले जाइए और शहर में रह रहे थे तो कुछ दिन गाँव चले जाइए. इस तरीके से आपके आस पास का पूरा माहौल बदलेगा, आपके आस पास के लोग बदलेंगे और सबसे बड़ी बात, बदलेंगे आपके विचार.
“मैं हर परिस्थिति में शांत और आत्म-विश्वासी हूँ।”
किसी भी दर्दनाक घटना पर चिंतन करें: यदि आप एक कार दुर्घटना का शिकार हुए हैं, तो कार चलाना आपको डरा सकता है, या शायद आप ड्राइविंग से बचना शुरू कर देते हैं। या शायद अपने घर आते समय आपके साथ लूट की घटना हुई और click here इसलिए वापिस घर तक वॉक करके आने का विचार आपको घबराहट देता है। ऐसे कई तरीके हैं जिनसे भय विकसित होता है, और किसी पिछले दर्दनाक पल को भूलना स्वाभाविक है।
डर आपको रोकता नहीं, आप खुद को रोक लेते हैं
इसी भावना को डर कहते हैं. इसीलिए हम ऐसी चीज़ों से, लोगों से और मुसीबतों से बचना चाहते हैं, जिनसे हमें डर महसूस होता है.